वेस्ट डी कंपोजर राष्ट्रीय जैविक केंद्र के निर्देशक डॉक्टर किशन चंद्र द्वारा विकसित किया गया एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रोडक्ट है जो कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है| आइए सबसे पहले समझते हैं वेस्ट डी कंपोजर क्या है और अपनी कृषि में इसको कैसे प्रयोग कर सकते हैं व उनके क्या क्या क्या लाभ है |
वेस्ट डी कंपोजर क्या है
वेस्ट डी कम्पोज़र देसी गाय के गोबर से निकला गया सूक्ष्म जीवों का समूह है (70 lakh per ML) जिसमें सभी प्रकार के सूक्ष्म जीवाणु को सम्मिलित किया गया है जो की कृषि व मिटटी के लिए लाभकारी है |
वेस्ट डी कंपोजर कहां से खरीदें?
ऑर्गेनिक सेंटर गाजियाबाद ने वेस्ट डी कंपोजर को 2019 से बनाना बंद कर दिया है | अब किसानो के सामने बड़ी दुविधा है कि वेस्ट कंपोजर की बोतल कह से ख़रीदे ? जो केवल ₹20 में गाजियाबाद सेक्टर उपलब्ध करा रहा था | लेकिन अब इसका विकल्प अभी हमारे पास है |
हिमगिरी ग्रीन हर्बल कंपनी ओरिजनल वेस्ट डी कंपोजर के नाम से यह प्रोडक्ट बना रही है | आप नीचे दिए गए नंबर पर व्हाट्सएप या मेल करके वेस्ट डी कंपोजर है कि बोतल मंगवा सकते हैं |
अब इसकी कीमत ₹20 से बढ़ाकर ₹ 150 कर दी गई है और कम से कम चार बोतले कोरियर के द्वारा भेजी जाएंगी | ओरिजनल वेस्ट डी कंपोजर प्राप्त करने के लिए आप डायरेक्ट कंपनी के व्हाट्सएप नंबर पर व्हाट्सएप करके यह प्रोडक्ट मंगवा ले |
Email id: sales@himgirigreenherbal.com
Contact: 1800-419-1868, +91 9811624448

दूसरे ऑनलाइन प्लेटफार्म से ना मंगवाए क्योंकि वहां पर मिलते-जुलते नामों के नकली सप्लायर भी हैं |
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वेस्ट डी कंपोजर किस तरह काम करता है :-
वेस्ट डी कंपोजर के जीवाणु फसलो के अवशेषों को खाद में प्रवर्तित ( बदलने ) करने वाले जीवाणु होते है | वेस्ट डी कंपोजर के अंदर नाइट्रोजन जीवाणु (यूरिया), फास्फोरस जीवाणु (DAP), पोटाश जीवाणु भी होते है जो की मिटटी में उपलब्ध खादों को पोधो की जड़ो तक पहुचाने में सहायता करते है |
वेस्ट डी कंपोजर वातावरण में उपलब्ध नाइट्रोजन (यूरिया), को पौधे तक पहुंचाने में मदद करता है |अगर हम इसको साधारण भाषा में समझे तो वेस्ट डीकंपोजर फसल के बचे हुए अवशेष व गोबर इत्यादि के ऊपर डालने पर उन्हें बहुत जल्दी खाद ( कंपोस्ट) में बदल देता है |
गोबर से खाद बनाने में साधारणतय: 1 से 2 साल का समय लगता है | लेकिन वेस्ट डी कंपोजर डालने के उपरांत 3 से 4 महीने के अंदर ही खाद (कंपोस्ट) में बदल जाता है |

वेस्ट डी कंपोजर बनाने की विधि: –
यह वेस्ट डी कंपोजर बनाने की विधि बहुत ही आसान है जैसे हम दूध से दही तैयार करते हैं उसी प्रकार है वेस्ट कंपोजर की थोड़ी सी ही मात्रा, लाखों लीटर बनाने के लिए काफी है |
वेस्ट डी कंपोजर बनाने के लिए सबसे पहले आपको वेस्ट डी कंपोजर की बोतल खरीदनी होगी | इसको आप ऑनलाइन भी मंगवा सकते है या अगर किसी किसान के पास पहले से वेस्ट डी कंपोजर का सॉल्यूशन है तो आप 50 ग्राम से 1 किलो तक उसे लेकर अपना सलूशन तैयार कर सकते हैं |
नीचे दी गई सामग्री की सहायता से वेस्ट डी कंपोजर बना सकते हैं |
सामग्री | मात्रा | |
1 | गुड़ | 2 kg |
2 | पानी | 200 |
3 | वेस्ट डी कंपोजर सॉल्यूशन | 100 से 500 ग्राम |
- सबसे पहले प्लास्टिक का एक ड्रम ले और उसमें 200 पानी बार ले |
- ड्रम में 2 kg गुड़ डाल दे |
- ड्रम में वेस्ट डी कंपोजर सॉल्यूशन भी डाल दे और और इन सभी सामग्री डंडे की सहायता से मिक्स कर ले |
- वेस्ट डी कंपोजर सॉल्यूशन को सुबह व सायंकाल को डंडे की सहायता से 10 बार सीधा व 10 बार उल्टा गुमाये |
- ऐसा 7 दिन करने उपरांत हमारा वेस्ट डी कंपोजर सॉल्यूशन त्यार हो जायेगा | यह दिखने में हल्का पिला (light yellow) रंग का दिखाई देगा |
- ध्यान रखने वाली बात यह है की वेस्ट डी कंपोजर सॉल्यूशन को हमेशा छायादार स्थान पर कपड़े से धक् कर रखना है |

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वेस्ट डीकंपोजर सॉल्यूशन को खेत में कैसे प्रयोग करे ?
- वेस्ट डीकंपोजर सॉल्यूशन वाले ड्रम में नीचें एक टूटी लगवा ले |
- जब भी पम्प से खेत में पानी चलाये तो वेस्ट डीकंपोजर सॉल्यूशन की टूटी खोल कर पम्प के पानी में चलने दे | ऐसा करने पर पानी के साथ वेस्ट डी कंपोजर सॉल्यूशन सारे खेत में फैल जायेगा |
- ड्रिप की सहायता से भी आप अपने खेत में वेस्ट डी कंपोजर चला सकते है |
- स्प्रे पम्प की सहायता से भी हर 10 से 15 दिन के उपरांत फ़सल पर स्प्रे कर सकते है |
- फ़सलो को स्प्रे करने के लिए 15 लीटर पानी के टैंक में 1 लीटर वेस्ट डी कंपोजर सॉल्यूशन मिक्स करे |

वेस्ट डी कंपोजर के लाभ :-
- वेस्ट डी कंपोजर की सहायता से आप बीज उपचार भी कर सकते हैं |
- वेस्ट डी कंपोजर की सहायता से आप जैविक खाद व जैविक कीटनाशक भी बना सकते हैं
- वेस्ट डी कंपोजर के उपयोग से जमीन का कार्बन लेवल बढ़ाता है |
- अगर आप वेस्ट डी कंपोजर उपयोग कर रहे हो तो आपको बायो फर्टिलाइजर की आवश्यकता नहीं पड़ेगी |
- वेस्ट डी कंपोजर के प्रयोग से जमीन के लिए लाभदायक जीवाणुओ की संख्या बढ़ जाती है | जिसके फलस्वरूप जमीन की उर्वरक शक्ति बढ़ती है |
- मित्र कीट जैसे कि केंचुआ इत्यादि पुण: जमीन में आ जाते है |
- वेस्ट डी कंपोजर फसलों की बढ़वार व कीट नियंत्रण में भी सहायक है |
वेस्ट डी कंपोजर की सहायता से गोबर से कम्पोस्ट खाद कैसे तैयार करें |
वेस्ट डी कंपोजर गोबर से कम्पोस्ट खाद तैयार करना बहुत ही आसान है इसके लिए एक ट्रॉली गोबर को फैला कर डाल दे गोबर की ऊंचाई 1 फीट से ज्यादा न हो | गोबर के ऊपर वेस्ट डी कंपोजर स्प्रे या पाइप की सहायता से छिड़काव कर दे और ऐसे ही 1 सप्ताह के लिए छोड़ दे |
अगले सप्ताह इसमें कल्टीवेटर या कस्सी की सहायता से इसे काट लें और दोबारा वेस्ट डी कंपोजर छिड़काव करें | ऐसा 2 से 3 महीने करने पर गोबर से कम्पोस्ट तैयार हो जाएगा |

17 thoughts on “वेस्ट डी कंपोजर क्या है व इसको खेत में कैसे उपयोग करे ?”