Kusum Yojana / Kusum scheme: सोलर पंप व सोलर पैनल कैसे लगाएं-PM Kusum Yojana

Kusum Yojana : भारत एक कृषि प्रधान देश है | आज भी हमारे देश में 65% से 70% लोग कृषि पर निर्भर करते हैं और हमारी कृषि का बहुत बड़ा भाग आज भी वर्षा पर निर्भर करता है | कभी बारिश औसत से कम होती है या कभी अधिक होती है जिसके कारण हमारी फसलों पर कुप्रभाव पड़ता है और फसलें नष्ट हो जाती हैं जिनके कारण किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ता है| कई किसान जिसके कारण आत्महत्या तक भी कर लेते हैं |

इन्हीं समस्याओं को देखते हुए भारत सरकार ने Kusum Yojana / kusum scheme (कुसुम योजना) की शुरुआत की है | यह योजना किसानों के चौतरफा विकास के लिए बनाई गई है | इस योजना का नाम KUSUM यानी कृषि ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान रखा गया है | इस योजना को अच्छी तरह समझने के लिए हम इसे तीन हिस्सों में  भाग कर देते हैं:-

  1. Kusum Yojana Component A
  2. Kusum Yojana Component B
  3. Kusum Yojana Component C

दोस्तों सबसे पहले कॉम्पोनेन्ट C के बारे में जानकारी प्राप्त होगी उसके बाद कॉम्पोनेन्ट B के बारे में और आखिर में कॉम्पोनेन्ट A के बारे में |

आप लोग सोच रहे होंगे ऐसा सबसे पहले कॉम्पोनेन्ट A के बारे में, उसके बाद के बारे में, उसके बाद C के बारे में जानकारी मिलनी चाहिए लेकिन नीचे दी गई योजनाओं को को अगर आप ध्यान से पढ़ेंगे तो आप पाएंगे मैंने इनको सही कर्म में रखा है |

kusum scheme कॉम्पोनेन्टC

यह इस योजना का महत्वपूर्ण भाग है kusum scheme के तहत किसान के खेत में उपलब्ध बिजली के पंप को सोलर पंप में अपग्रेड / बदला जाएगा जिससे उसे बिजली के बिल से मुक्ति मिलेगी | देखने वाली बात यह भी है कि किसानों के खेत में लगा बिजली से चलने वाले पंप मुख्यतः 365 दिन में से मुश्किल से 120 दिन ही प्रयोग में लाया जाता है|

लेकिन सोलर पैनल लगने के बाद इसका पूर्णता प्रयोग किया जा सकता है | kusum scheme के तहत जब सोलर पैनल से उत्पन्न ऊर्जा अगर किसान प्रयोग नहीं कर रहे है तो आप उसको ग्रीड / बिजली विभाग को बेच सकते है जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी |

PM kusum yojana -subsidy किसानों को केवल 10% ही पैसा चुकाना होगा । 30 फ़ीसदी पैसा केंद्र सरकार और 30 फ़ीसदी  राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी के तौर पर दिया जाएगा बचा हुआ बैंक किसानों को लोन के रूप में 30% रकम देंगे |

सोलर पैनल लगाने के लिए मुख्य शर्तें:

  1. किसान की अपनी जमीन होने चाहिए |
  2. किसान के पास जो जमीन है उसके अंदर ग्राउंड पानी की उपलब्धता होनी चाहिए |
  3. इस योजना के तहत किसानों को पहले आओ पहले पाओ के तहत ही सोलर पंप उपलब्ध करवाए जा रहे हैं |
  4. अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्ग के लिए विशेष सब्सिडी प्रदान की जा रही है |

* अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी किसान विकास अधिकारी से भी मिल सकते हैं |

कुसुम योजना कॉम्पोनेन्ट C के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:-

सोलर सिस्टम सब्सिडी

60% सब्सिडी

सोलर पंप लगवा सकते हैं

3HP,5HP और 7.50HP

किसानों को कितने % पैसे जमा करवाने होंगे

केवल 10% ही पैसा चुकाना होगा

Kusum scheme

kusum yojana कॉम्पोनेन्ट B

पीएम कुसुम योजना के इस भाग में सोलर सिस्टम उस क्षेत्र पर लगाया जाएगा जहां पर बिजली की उपलब्धता नहीं है और मुख्यतः किसान डीजल इंजन से अपने ट्यूबवेल चलाते हैं योजना तक के तहत सोलर सिस्टम लगवाने वाले किसान को सब्सिडी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी |

Kusum scheme के तहत एक साधारण किसान बहुत कम कीमत पर अपने खेत में सोलर पैनल लगवा सकता हैं जिससे वह अपना पंप बिजली संबंधी खेत की जरूरतें पूरी कर सकता है | Kusum Yojana का एक बड़ा लाभ यह भी है किसान बिजली के बिल से पूर्णता मुक्त हो जाता है |

सोलर पैनल Kusum Yojana – Subsidy कितनी मिलेगी 

किसानों की आर्थिक दशा को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसकी पूंजी संबंधी मैनेजमेंट को बड़े अच्छे डिजाइन किया है जिससे किसान को कम कीमत पर सोलर पैनल या सोलर पंप उपलब्ध करवाया जा सके | Kusum Yojana – Subsidy के तहत है किसानों को सब्सिडी इस प्रकार से प्रदान की जा रही है:- पहले 30% सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा, 30% सब्सिडी राज्य सरकार के द्वारा और बाकी बची 30% बैंक द्वारा लोन के रूप में प्रदान की जाएगी  केवल 10% पेमेंट जमा करवाकर किसान सोलर पैनल अपने खेत के लिए प्राप्त कर सकते हैं |

इसके तहत किसान अपने खेत में 3 HP,5 HP और 7.50 HP  सोलर पंप लगवा सकते हैं |

सोलर पैनल लगाने के लिए मुख्य शर्तें:-

  • किसान की अपनी जमीन होने चाहिए |
  • किसान के पास जो जमीन है उसके अंदर ग्राउंड पानी की उपलब्धता होनी चाहिए |
  • इस योजना के तहत जिस क्षेत्र में किसान सोलर पैनल सोलर पंप लगवाना चाहते हैं वहां पर बिजली की उपलब्धता नहीं होनी चाहिए या आसपास में बिजली विभाग का  सब स्टेशन नहीं होना चाहिए |
  • इस योजना के तहत किसानों को पहले आओ पहले पाओ के तहत ही सोलर पंप उपलब्ध करवाए जा रहे हैं |
  • अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्ग के लिए विशेष सब्सिडी प्रदान की जा रही है |

* अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी किसान विकास अधिकारी से भी मिल सकते हैं |

 कुसुम योजना कॉम्पोनेन्ट-B के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं :-

सोलर सिस्टम सब्सिडी:

60% सब्सिडी

सोलर पंप लगवा सकते हैं :

3HP,5HP और 7.50HP

किसानों को कितने % पैसे जमा करवाने होंगे:

केवल 10% ही पैसा चुकाना होगा

 PM Kusum Yojana कॉम्पोनेन्ट A

कुसुम योजना के तहत किसान अपने खेत में सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं और उससे जो बिजली उत्पन्न होगी वह उसको बिजली विभाग (ग्रेड) को एग्रीमेंट के तहत बेच सकता है जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी |

सोलर पैनल कैपेसिटी

किसान अपने खेत में सोलर सिस्टम कम से कम 500 किलो वाट वह अधिकतम 2 मेगावाट तक का लगवा सकते हैं लेकिन डिमांड के हिसाब से इसे बढ़ाया भी जा सकता है |

1 मेगावाट के लिए कितनी जमीन कितना खर्च आएगा:-

  1. 1 मेगा वाट पावर प्लांट लगाने के लिए कम से कम 4 से 5 एकड़ जमीन की जरूरत पढ़ती है|
  2. बिजली विभाग का सब स्टेशन की दूरी 5 किलोमीटर से कम होनी चाहिए अगर सोलर सिस्टम की दूरी 5 किलो मीटर से अधिक हुई तो ट्रांसमिशन खर्च व इंस्टॉलेशन खर्च बढ़ जाता है इसलिए सब स्टेशन के नजदीक वाली जमीन को प्राथमिकता दी जाती है|
  3. 1 मेगावाट सोलर सिस्टम लगवाने के लिए कम से कम 2 से 3 का करोड रुपए खर्च आता है | इसमें जमीन की कीमत नहीं जमा की गई है क्योंकि मुख्यतः जमीन किसान के पास जमीन उपलब्ध होगी या वह उसे किराए पर लेगा |
  4. किसी भी किसान के पास मुख्यत इतने रुपए नहीं होते हैं | इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने एक योजना बनाई है जिसके तहत किसान संगठित होकर सोलर सिस्टम लगा सकते हैं |
  5. बिजली विभाग आप से 25 साल का एग्रीमेंट साइन करेगा जिसके तहत वह बाध्य होगा कि आपसे 25 साल तक इन सालों में सोलर सिस्टम द्वारा उत्पन्न की गई बिजली खरीदेगा |

kusum yojana -subsidy  लोन कितना मिलेगा:-

kusum yojana में किसी तरह की सरकार के द्वारा किसी तरह की कोई subsidy उपलब्ध नहीं कराई जा रही है क्योंकि यह एक कमर्शियल स्कीम है लेकिन सोलर सिस्टम द्वारा उत्पन्न बिजली सरकार खरीदने की गारंटी देती है इसके तहत किसान या डेवलपर सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न करेंगे और बिजली विभाग उनसे खरीदेगी |

लोन के लिए बैंक में आवेदन कर सकते है वह किसान का पिछला रिकॉर्ड वह तत्काल बैंक सम्बन्धी लेन-देन व उनकी संपत्ति का मूल्यांकन करके बैंक लोन प्रदान करेगा |

अधिक जानकारी के लिए आप अपने निकटतम बिजली विभाग अधिकारी से जानकारी ले सकते हैं |

पीएम कुसुम योजना के तहत 1 साल में कितना प्रॉफिट होगा ?

यहां पर यह एक अहम सवाल है की तीन से चार करोड़ की इन इन्वेस्टमेंट के बाद किसान कितना अर्जित करेगा / कितना प्रॉफिट होगा  किसान अगर 1 मेगा वाट सोलर सिस्टम लगाते हैं तो उसे 1 साल में लगभग 17-18 लाख  यूनिट उत्पन्न कर सकता है वह सरकार ने इस साल यूनिट का प्राइस  3.14 ₹ रखा है यह मुख्यतः डिमांड और सप्लाई के हिसाब से हर साल बदलता रहेगा |

अगर हम कम से कम 17 लाख यूनिट मानकर चलें और यूनिट प्राइस तीन पैसे ₹3.14 पैसे रहे तो यह वैल्यू होगी तो यह वैल्यू लगभग है 53 से 54  लाख में होगी इसमें अगर रखरखाव का खर्च को कम कर दिया जाए तो लगभग 30 से 35 लाख रुपए पर सालाना कमा सकते हैं |

किस जगह पर सोलर पैनल सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं ?

  • जो जमीन कृषि योग्य नहीं है जैसे बंजर जमीन, मरुस्थली जमीन व अत्याधिक जलभराव वाली जमीन इत्यादि इसमें शामिल है इन सभी जमीनों पर लिए सोलर सिस्टम के लिए आवेदन दे सकते हैं |
  • सोलर सिस्टम खेती योग्य भूमि पर भी स्थापित किए जा सकते हैं जहां फसलें सौर पैनलों के नीचे भी उगाई जा सकती हैं।
  • बिजली विभाग का सब स्टेशन की दूरी 5 किलोमीटर से कम होनी चाहिए अगर सोलर सिस्टम की दूरी 5 किलो मीटर से अधिक हुई तो ट्रांसमिशन खर्च इंस्टॉलेशन खर्च बढ़ जाती है |

कॉम्पोनेन्ट A- Kusum Yojana के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:-

सोलर सिस्टम कैपेसिटी:

500 KW to 2 MW

सोलर सिस्टम से सब स्टेशन की दूरी:

5 किलोमीटर से कम होनी चाहिए

1 मेगा वाट पावर प्लांट लगाने वाली जमीन:

4 से 5 एकड़ जमीन

1 MW सोलर सिस्टम लगवाने के लिए खर्च:

2 से 3 का करोड रुपए खर्च

कितना प्रॉफिट होगा:

लगभग 30 से 35 लाख रुपए

Kusum scheme

Kusum scheme के लाभ (Pros):-

  • बहुत कम कीमत पर किसानों को सोलर पंप उपलब्ध हो रहे हैं |
  • किसानों की आय में वृद्धि होगी |
  • कुसुम योजना उन किसानो के लिए फायदेमंद होगी जहाँ के राज्य सूखाग्रस्त होगा व जहाँ  बिजली की समस्या रहती हैं |
  • कुसुम योजनायोजना के तहत डीजल पंप को सोलर पंप में बदला जाएगा जिससे डीजल की बचत होगी |
  • सोलर प्लांट लगाने से 24 घंटे बिजली रहेगी | जिसकी वजह से किसान अपने खेतो में आसानी से सिचाई कर सकते है |
  • सोलर पेनल से जो अतिरिक्त  बिजली बनेगी किसान उस बिजली को बिजली विभागों में बेच सकता है जहाँ से किसान को 1 माह की  6500 रूपये की मदद मिल सकती है |

आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज:

फॉर्म भरने से पहले आप अपने सभी जरूरी कागजात स्कैन करके ही रखें।

1 आधार कार्ड

2- जमीन संबंधी कागज़ाद.

3- कैंसिल किया हुआ चेक या पासबुक की प्रति.

4- आवेदनकर्ता की फोटो.

Kusum yojana registration

सरकार ने इस स्कीम के तहत 27 लाख किसानों को सोलर पम्प वितरित करने का फैसला लिया है ताकि पानी के संकट से जूझ रहे किसानों को राहत मिल सके। लेकिन, kusum yojana registration के लिए संबंधित राज्‍य में ही किसानों को संपर्क करना है, न कि किसी ऑनलाइन वेबसाइट इत्‍यादि के जरिये।

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